चंडीगढ़। हरियाणा में मतदाताओं के लिए निर्वाचन विभाग ने ने एक नए एप की घोषणा जारी कि है। अब मतदाताओं को घंटों लाइन में खड़े नहीं होना पड़ेगा।हरियाणा ने पहली बार वोटरों की सहूलियत के लिए क्यू मैनेजमेंट मोबाइल एप्लिकेशन सिस्टम तैयार किया है। इस ऐप के जरिए मतदाता को वोट डालने के लिए अपनी बारी का पता लगा सकेगा और उसे लाइन में खड़े रहने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी।साथ ही इस बार 17 साल की उम्र में युवा स्वयं को मतदाता के रूप में पंजीकरण करवा सकते हैं। भारत निर्वाचन आयोग के उप निवार्चन आयुक्त हिरदेश कुमार आयोग के प्रतिनिधिमंडल के सामने इसका प्रेजेंटेशन दिया गया।
हरियाणा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी अनुराग अग्रवाल ने बृहस्पतिवार को भारतीय निर्वाचन आयोग के उप निर्वाचन आयुक्त हिरदेश कुमार के साथ बैठक में मोबाइल एप के बारे में अवगत कराया। हरियाणा ऐसा एप बनाने वाला पहला प्रदेश है।हिरदेश कुमार ने बताया कि निर्वाचन विभाग ने क्यू मैनेजमेंट मोबाइल एप्लीकेशन बनाया है जिससे मतदाताओं को अपनी बारी का पता लग जाएगा। लोकसभा चुनावों के मद्देनजर हरियाणा, पंजाब और केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ के मुख्य निर्वाचन अधिकारियों तथा उपायुक्त-सह-जिला निर्वाचन अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे हिरदेश कुमार ने बैठक में मतदाता सूचियों के संशोधन पर विस्तार से जानकारी ली। बैठक में बताया गया कि हरियाणा में एक करोड़ 95 लाख 48 हजार 846 मतदाता हैं, जिनमें एक करोड़ चार लाख 16 हजार 965 पुरुष और 91 लाख 31 हजार 447 और 434 ट्रांसजेंडर शामिल हैं।
मीटिंग में हिरदेश कुमार ने बताया कि वर्ष 2023 में मतदाता सूचियों के संशोधन के दौरान कोई भी नागरिक जो 1 जनवरी, 1 अप्रैल, 1 जुलाई और 1 अक्टूबर, 2023 तक 18 वर्ष के हो रहे हैं, वे मतदाता के रूप में अपना पंजीकरण अवश्य करवाएं। उन्होंने कहा कि भारत के संविधान के अनुच्छेद 324 के तहत भारत निर्वाचन आयोग के पास निर्वाचन के संचालन, निदेशन और नियंत्रण की शक्ति निहित है। इसके अंतर्गत मतदाता सूचियों को तैयार करवाना तथा देश में चुनाव करवाना निर्वाचन आयोग का कार्य है।
हरियाणा में 19 हज़ार 863 मतदान केंद्र हैं, जिनमें 5917 शहरों में तथा 13 हजार 946 ग्रामीण क्षेत्रों में हैं। सभी मतदान केंद्र भू-तल ग्राउंड फ्लोर पर बनाए गए हैं, ताकि दिव्यांग मतदाताओं को किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े। एक मतदान केंद्र में मतदाताओं की औसतन संख्या 984 है। अनुराग अग्रवाल ने बताया कि हरियाणा में मतदाता पंजीकरण की प्रक्रिया जारी है। गुरुग्राम व फरीदाबाद जैसे बड़े शहरों में ग्रुप हाउसिंग सोसायटी में लोगों को मतदाता के रूप में पंजीकृत करने के लिए विशेष अभियान चलाए जा रहे हैं।
हिरदेश कुमार ने कहा कि निर्वाचन आयोग ने पहली बार 17 वर्ष की आयु में ही युवाओं को मतदाता बनने का अवसर दिया है। पहले किसी भी वर्ष की एक जनवरी को या उससे पहले 18 वर्ष के होने वाले युवा ही मतदाता सूची में अपना नाम दर्ज कराने के पात्र होते थे। लेकिन अब किसी भी वर्ष की एक जनवरी, एक अप्रैल, एक जुलाई तथा एक अक्टूबर को 18 साल की उम्र होने पर युवा स्वयं को मतदाता के रूप में पंजीकरण करवा सकते हैं।