भिवानी, 14 सितंबर : अपनी बहाली की मांग को लेकर लगभग दो वर्षो से धरने पर बैठे बर्खास्त पीटीआई के समर्थन प्रदेश का हर वर्ग आ चुका है, लेकिन आज तक उनकी समस्या का समाधान नहीं हुआ। इतने लंबे से संघर्ष करते हुए आर्थिक तंगी व बेरोजगारी के चलते बर्खास्त पीटीआइ के घर का चूल्हा भी बुझने को है, लेकिन प्रदेश सरकार फिर भी उनकी बहाली की तरफ कोई ध्यान नहीं दे रही तथा चैन की नींद सोई हुई है। यह बात स्थानीय लघु सचिवालय के समक्ष धरने पर बैठे बर्खास्त पीटीआई को संबोधित करते हुए हेमसा राज्य संगठन सचिव राजेश लांबा व सकसं ऑडिटर संदीप सांगवान ने कही। बहाली की मांग को लेकर धरने पर बैठे बर्खास्त पीटीआई का धरना मंगलवार को 456वें दिन में प्रवेश कर गया।
मंगलवार को हरियाणा मिनिस्ट्रयल स्टाफ एसोसिएशन व सर्व कर्मचारी संघ ने बर्खास्त पीटीआई के धरने को समर्थन दिया। धरने को संबोधित करते हुुए हेमसा पदाधिकारियों ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि यदि प्रदेश सरकार ने जल्द ही बर्खास्त पीटीआई की बहाली नहीं की तो हेमसा सर्व कर्मचारी संघ के साथ मिलकर प्रदेश स्तर पर बड़ा आंदोलन छेड़ेंगे। उन्होंने कहा कि आज भाजपा सत्ता में नशे में इतनी चूर हो चुकी है कि वह आमजन का हित व अहित नहीं समझ पा रही है। इसी सत्ता में नशे में चूर भाजपा सरकार रोजाना ऐसे नए नियम बना रही है, जिसके चलते मजदूर, किसान, कर्मचारी व व्यापारी वर्ग सडक़ों पर आने को मजबूर हो रहा है, लेकिन फिर भी प्रदेश सरकार को इसका कोई फर्क नहीं पड़ता। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने प्रदेश में सिर्फ बेरोजगारी दर को बढ़ाने का काम किया है। इसी बेरोजगारी की भेट प्रदेश के 1983 पीटीआई भी चढ़े है, जो कि लगभग दो वर्षाे से बहाली की मांग को लेकर धरनारत्त है, लेकिन उनकी कही भी कोई सुनवाई नहीं हो रही। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार को चाहिए कि वे बर्खास्त पीटीआई को बहाल करे तथा उन्हे बेरोजगारी की दलदल से बाहर निकाले नहीं तो हेमसा व सकसं प्रदेश स्तर पर बड़ा आंदोलन करेंगे।
मंगलार को क्रमिक अनशन पर विनोद सांगा, राजेश कुमार, पवन बड़दू, राजपाल यादव रहे। इस अवसर पर सकसं जिला सचिव राजेश सभ्रवाल, सहदेव, सुरेंद्र सिंह, जिला प्रधान सुकेश कुमार, संगठन संयोजक राजेश ढ़ांडा, बलवान सिंह डीपीई, विरेंद्र घणघस, सोमदत्त शर्मा, भूप सिंह डीपीई, विनोद पिंकू, श्रीभगवान डीपीई, संजीव कुमार मिताथल, जरनैल सिंह पीटीआई, मा. हरीश गोच्छी, दिलबाग जांगड़ा, मदनलाल सरोहा, कृष्ण कुमार, रामबीर तिगड़ाना, उदयभान, मीनू रानी, सुरेंद्र घुसकानी, सुरेंद्र सिंह, विरेंद्र मान, जिले सिंह, सुनीता चांग सहित अनेक लोग मौजदू रहे।