चंडीगढ़। हरियाणा के कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने राज्य की भाजपा सरकार पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि सरकार ने Haryana Contractual Employees (Security of Service) Act, 2024 के जरिए HKRN कर्मचारियों के साथ धोखा किया है। यह कानून दिखावे के लिए लाया गया, जबकि असल में युवाओं को इसका कोई लाभ नहीं मिलने वाला।
सुरजेवाला का आरोप – ‘5 साल की शर्त युवाओं से धोखा है’
सुरजेवाला ने कहा कि इस कानून में स्पष्ट रूप से लिखा गया है कि केवल वही कर्मचारी इसका लाभ उठा सकते हैं जिन्होंने HKRN के तहत लगातार 5 वर्ष की सेवा पूरी की हो।
“अगर कोई युवा 30 जून 2022 को भर्ती हुआ है, तो उसे इस कानून का लाभ केवल 30 जून 2027 के बाद मिलेगा। और अगर कोई 2024 में नौकरी में आया है, तो उसे तो फायदा सीधे 2029 में ही मिलेगा, यानी अगला विधानसभा चुनाव निकल जाने के बाद।”
नए आदेशों से बड़ा झटका – सरकार खुद नहीं चाहती कि कोई 5 साल पूरे करे
सुरजेवाला ने सरकार के हाल ही में 15 जनवरी और 3 अप्रैल 2025 को जारी किए गए आदेशों का हवाला देते हुए कहा कि अब तो सरकार ने यह आदेश दे दिया है कि जिन कर्मचारियों की सेवा अवधि सबसे ज्यादा हो चुकी है, उन्हें ही पहले हटाया जाए।
“यानी सरकार ने खुद ये तय कर लिया है कि किसी को 5 साल पूरे नहीं करने देने। और जब 5 साल ही पूरे नहीं होंगे, तो इस कानून का लाभ किसे मिलेगा?”
‘सेवा सुरक्षा’ के नाम पर राजनीति?
रणदीप सुरजेवाला ने इस कानून को भाजपा की चुनावी चाल बताया। उनका कहना है कि यह महज एक जुमला था, जो युवाओं को भ्रमित करने के लिए लाया गया था। सरकार ने पहले युवाओं को नौकरी दी, फिर कानून बनाकर राहत का झांसा दिया और अब उसी कानून का फायदा देने से पहले उन्हें बाहर निकालने का रास्ता खोल दिया।
HKRN कर्मचारी नाराज़, कांग्रेस का साथ देने की चेतावनी
HKRN कर्मचारियों में इस फैसले को लेकर भारी रोष है। कई युवाओं ने सोशल मीडिया पर सरकार की आलोचना करते हुए कहा है कि वे आगामी चुनावों में इसका जवाब देंगे।