Madhya Pradesh, कांग्रेस की मध्य प्रदेश इकाई के अध्यक्ष कमलनाथ के उस वीडियो ने प्रत्याशियों के चयन को लेकर कांग्रेस पार्टी में दरार की चर्चा को हवा दे दी है, जिसमें वह शिवपुरी से एक नेता को टिकट नहीं दिए जाने पर पार्टी कार्यकर्ताओं से वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह के कपड़े फाड़ने के लिए कह रहे हैं। दोनों पूर्व मुख्यमंत्रियों ने मंगलवार को इस प्रकरण को अधिक तवज्जो नहीं देते हुए विधानसभा चुनाव से पहले एकजुटता का रुख अपनाया।
वायरल वीडियो में कमलनाथ लोगों के एक समूह से, जो पार्टी नेता वीरेंद्र रघुवंशी के समर्थक बताए जाते हैं, कहते सुनाई दे रहे हैं कि उन्होंने यह (रघुवंशी की सीट के चयन) मुद्दा दिग्विजय सिंह और उनके विधायक-पुत्र जयवर्धन सिंह पर छोड़ दिया था। इसके बाद कमलनाथ को समूह से (टिकट इनकार के मुद्दे पर) दिग्विजय सिंह के कपड़े फाड़ने के लिए कहते हुए सुना जाता है।
भाजपा के पूर्व विधायक रघुवंशी इस महीने की शुरुआत में कांग्रेस में शामिल हुए थे। उन्होंने शिवपुरी विधानसभा सीट से कांग्रेस से टिकट मांगा था, लेकिन पार्टी ने पिछोर से छह बार विधायक रहे के.पी. सिंह को शिवपुरी से मैदान में उतारा। रघुवंशी का टिकट कटने के बाद उनके समर्थक सोमवार को भोपाल में कमलनाथ के आवास पर एकत्र हुए। वीडियो में कमलनाथ, रघुवंशी के समर्थकों से बात कर रहे हैं ओर इसी दौरान उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और उनके बेटे के बारे में टिप्पणी की।
यह वीडियो सोशल मीडिया में सामने आने के बाद टिकट वितरण को लेकर विपक्षी पार्टी में दरार की अटकलें तेज हो गईं। दिग्विजय सिंह ने ‘एक्स’ पर पोस्ट लिखकर टिकट से वंचित कांग्रेस नेताओं को धैर्यपूर्वक समाधान का आह्वान किया। मंगलवार को, नाथ और सिंह दोनों को 17 नवंबर के चुनावों के लिए राज्य की राजधानी में कांग्रेस के घोषणापत्र को जारी करने के दौरान एक साथ देखा गया और उन्होंने वीडियो की सामग्री के बारे में हल्के-फुल्के अंदाज में बात की।
वीडियो को लेकर सत्तारूढ़ भाजपा और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस पर निशाना साधा और कहा कि पूरे प्रकरण ने विपक्षी दल का ‘‘असली चेहरा’’ उजागर कर दिया है। कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह ने विवाद को कम करने की कोशिश की।
सिंह ने नाथ, भाजपा और कांग्रेस के एक्स हैंडल को टैग करते हुए कहा, ‘‘जब एक परिवार बड़ा होता है, तो सामूहिक खुशी और सामूहिक संघर्ष दोनों होते हैं। बुद्धि यही कहती है कि बड़ों को धैर्यपूर्वक समाधान निकालना चाहिए। भगवान भी उन्हीं का साथ देते हैं जिनके पास बड़ा दिल और कड़ी मेहनत का मेल होता है।
Madhya Pradesh, कांग्रेस की मध्य प्रदेश इकाई के अध्यक्ष कमलनाथ के उस वीडियो ने प्रत्याशियों के चयन को लेकर कांग्रेस पार्टी में दरार की चर्चा को हवा दे दी है, जिसमें वह शिवपुरी से एक नेता को टिकट नहीं दिए जाने पर पार्टी कार्यकर्ताओं से वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह के कपड़े फाड़ने के लिए कह रहे हैं। दोनों पूर्व मुख्यमंत्रियों ने मंगलवार को इस प्रकरण को अधिक तवज्जो नहीं देते हुए विधानसभा चुनाव से पहले एकजुटता का रुख अपनाया।
वायरल वीडियो में कमलनाथ लोगों के एक समूह से, जो पार्टी नेता वीरेंद्र रघुवंशी के समर्थक बताए जाते हैं, कहते सुनाई दे रहे हैं कि उन्होंने यह (रघुवंशी की सीट के चयन) मुद्दा दिग्विजय सिंह और उनके विधायक-पुत्र जयवर्धन सिंह पर छोड़ दिया था। इसके बाद कमलनाथ को समूह से (टिकट इनकार के मुद्दे पर) दिग्विजय सिंह के कपड़े फाड़ने के लिए कहते हुए सुना जाता है।
भाजपा के पूर्व विधायक रघुवंशी इस महीने की शुरुआत में कांग्रेस में शामिल हुए थे। उन्होंने शिवपुरी विधानसभा सीट से कांग्रेस से टिकट मांगा था, लेकिन पार्टी ने पिछोर से छह बार विधायक रहे के.पी. सिंह को शिवपुरी से मैदान में उतारा। रघुवंशी का टिकट कटने के बाद उनके समर्थक सोमवार को भोपाल में कमलनाथ के आवास पर एकत्र हुए। वीडियो में कमलनाथ, रघुवंशी के समर्थकों से बात कर रहे हैं ओर इसी दौरान उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और उनके बेटे के बारे में टिप्पणी की।
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यह वीडियो सोशल मीडिया में सामने आने के बाद टिकट वितरण को लेकर विपक्षी पार्टी में दरार की अटकलें तेज हो गईं। दिग्विजय सिंह ने ‘एक्स’ पर पोस्ट लिखकर टिकट से वंचित कांग्रेस नेताओं को धैर्यपूर्वक समाधान का आह्वान किया। मंगलवार को, नाथ और सिंह दोनों को 17 नवंबर के चुनावों के लिए राज्य की राजधानी में कांग्रेस के घोषणापत्र को जारी करने के दौरान एक साथ देखा गया और उन्होंने वीडियो की सामग्री के बारे में हल्के-फुल्के अंदाज में बात की।
वीडियो को लेकर सत्तारूढ़ भाजपा और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस पर निशाना साधा और कहा कि पूरे प्रकरण ने विपक्षी दल का ‘‘असली चेहरा’’ उजागर कर दिया है। कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह ने विवाद को कम करने की कोशिश की।
सिंह ने नाथ, भाजपा और कांग्रेस के एक्स हैंडल को टैग करते हुए कहा, ‘‘जब एक परिवार बड़ा होता है, तो सामूहिक खुशी और सामूहिक संघर्ष दोनों होते हैं। बुद्धि यही कहती है कि बड़ों को धैर्यपूर्वक समाधान निकालना चाहिए। भगवान भी उन्हीं का साथ देते हैं जिनके पास बड़ा दिल और कड़ी मेहनत का मेल होता है।