राहुल गाँधी के खिलाफ देश के लगभर 200 विश्वविद्यालयों के वाइस चांसलर्स ने कानूनी कार्रवाई की मांग की है। पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा विश्वविद्यालयों में कुलपतियों की नियुक्ति की प्रक्रिया को लेकर की गई टिप्पणी से कुलपतियों और अकादमिक हस्तियों ने ‘ओपन लेटर’ लिखकर कांग्रेस नेता के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। इस पत्र में राहुल गांधी पर राजनीतिक लाभ लेने के मकसद से झूठ का सहारा लेकर बड़े पैमाने पर कुलपतियों के कार्यालय को बदनाम करने का आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ कानून के अनुसार तुरंत उचित कार्रवाई करने का आग्रह किया गया है।
बता दें कि राहुल गांधी ने एक बयान में कहा था कि विश्वविद्यालयों में कुलपतियों की नियुक्ति योग्यता और अहर्ता को ताक पर रख कर कुछ संगठनों से संबंधों के आधार पर की जा रही है। उनके इस बयान के बाद कई कुलपतियों ने इसे लेकर विरोध जताया था। अब कुलपतियों ने राहुल गांधी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की है . 180 से अधिक 180 वाइस चांसलर्स और शिक्षाविदों के हस्ताक्षर भी हैं।
Vice Chancellors and academicians from several parts of the country write an open letter opposing Congress leader Rahul Gandhi’s remarks on the selection process of Vice Chancellors.
The letter reads "The process by which Vice Chancellors are selected is characterised by… pic.twitter.com/6jIQVai9m7
— ANI (@ANI) May 6, 2024
चिट्ठी में कुलपतियों ने कहा कि हम लोगों का एक पेशेवर अनुभव होता है और अकादमिक योग्यता भी मायने रखती है। चयन प्रक्रिया में इसका ध्यान रखा जाता है। पत्र में कहा गया कि हम उन सभी लोगों से कहते हैं कि ऐसी काल्पनिक बातें न करें। बिना किसी तथ्य के ही भ्रम न फैलाएं। कुलपतियों ने लिखा कि हम मेरिटोक्रेसी में यकीन रखते हैं। उच्च शिक्षा के लिए यही जरूरी है। शिक्षाविदों का कहना है कि राहुल गांधी ने इस तरह का बयान देकर उच्च शिक्षण संस्थानों को बदनाम किया है। ऐसा इसलिए किया जा रहा है ताकि उसका राजनीतिक फायदा उठा सकें।