हरियाणा सरकार ने राज्य के किसानों के लिए एक बड़ी राहत देते हुए 24 फसलों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) देने का ऐलान किया है। यह कदम किसानों की आय में सुधार और उनके लिए सरकारी योजनाओं को सुगम बनाने के उद्देश्य से उठाया गया है। हालांकि, एमएसपी का लाभ पाने के लिए किसानों को अपनी फसल का रजिस्ट्रेशन कराना अनिवार्य होगा।
20 जनवरी तक कराएं रजिस्ट्रेशन
रोहतक के उपायुक्त नरेंद्र कुमार ने बताया कि अब तक जिले के 17,849 किसानों ने 1,13,247 एकड़ भूमि का रजिस्ट्रेशन “मेरी फसल, मेरा ब्यौरा” पोर्टल पर करवाया है। उन्होंने कहा कि जिन किसानों ने अभी तक रजिस्ट्रेशन नहीं करवाया है, वे 20 जनवरी तक fasal.haryana.gov.in पर पंजीकरण करा सकते हैं। बिना रजिस्ट्रेशन के किसान अपनी फसल को मंडी में एमएसपी पर नहीं बेच पाएंगे।
‘मेरी फसल, मेरा ब्यौरा’ योजना की विशेषताएं
यह योजना राज्य सरकार की एक महत्वपूर्ण पहल है, जिसका उद्देश्य किसानों की भूमि, फसलों और बैंक खातों से जुड़ी जानकारी को एकत्रित करना है। इस योजना से किसान न केवल एमएसपी का लाभ उठा सकते हैं, बल्कि अन्य सरकारी योजनाओं, सब्सिडी, फसल बीमा, और कृषि उपकरणों के लिए भी पात्र बन सकते हैं।
खाली भूमि का भी कराएं रजिस्ट्रेशन
डीसी नरेंद्र कुमार ने बताया कि जिन किसानों की भूमि खाली है, उन्हें भी पोर्टल पर अपनी भूमि का रजिस्ट्रेशन कराना चाहिए। यह रजिस्ट्रेशन उन्हें भविष्य में सरकारी योजनाओं का लाभ लेने के लिए पात्र बनाएगा।
मोबाइल और सेवा केंद्र से भी रजिस्ट्रेशन की सुविधा
हरियाणा के कृषि विभाग के अनुसार, किसान “मेरी फसल, मेरा ब्यौरा” पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन अपने मोबाइल फोन, अटल सेवा केंद्र, या किसान ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से कर सकते हैं।
योजना का उद्देश्य और फायदे
योजना का उद्देश्य:
- प्राकृतिक आपदा (जैसे बारिश, ओलावृष्टि) से फसल खराब होने पर समय पर सहायता प्रदान करना।
- बीज, खाद, ऋण और कृषि उपकरणों पर सब्सिडी उपलब्ध कराना।
- मंडियों और फसल बुवाई-कटाई से जुड़ी जानकारी प्रदान करना।
योजना के फायदे:
- सरकारी योजनाओं की बेहतर पहुंच:
पंजीकरण के बाद किसान विभिन्न सरकारी योजनाओं, सब्सिडी और अन्य लाभों का सीधा लाभ उठा सकते हैं। - समय पर फसल बीमा:
पोर्टल पर फसल की जानकारी उपलब्ध होने से किसानों को प्राकृतिक आपदाओं या कीट/बीमारी के कारण नुकसान पर तुरंत फसल बीमा का लाभ मिलता है। - कुशल संसाधन आवंटन:
एकत्रित डेटा के माध्यम से सरकार संसाधनों का प्रभावी आवंटन कर सकती है। - लक्षित सहायता:
सरकार किसानों की विशिष्ट जरूरतों के आधार पर सहायता प्रदान कर सकती है, जैसे बीज, उर्वरक, सिंचाई, और तकनीकी मार्गदर्शन।
पंजीकरण के लिए जरूरी दस्तावेज:
- भूमि दस्तावेज (जैसे खसरा, खतौनी, या जमाबंदी)।
- बैंक खाता विवरण (रद्द चेक या पासबुक कॉपी)।
- आधार कार्ड या अन्य पहचान पत्र।
कैसे करें रजिस्ट्रेशन?
- सबसे पहले fasal.haryana.gov.in पर जाएं।
- होम पेज पर “किसान अनुभव” विकल्प पर क्लिक करें।
- “किसान पंजीकरण” लिंक पर क्लिक करके अपना मोबाइल नंबर और कैप्चा दर्ज करें।
- लॉगिन करने के बाद आवश्यक जानकारी (जैसे भूमि विवरण, बैंक खाता और फसल की जानकारी) भरें।
- सभी विवरण भरने के बाद आवेदन सबमिट करें।
- अंत में पंजीकरण का प्रिंटआउट लें।
‘मेरी फसल, मेरा ब्यौरा’ योजना का व्यापक लाभ
यह योजना केवल हरियाणा के किसानों के लिए ही नहीं, बल्कि उन किसानों के लिए भी लाभदायक है जो राज्य में खेती करते हैं। फसल का रजिस्ट्रेशन करके किसान एमएसपी, फसल बीमा, और सरकारी योजनाओं के तहत सब्सिडी का लाभ उठा सकते हैं।
जल्द करें पंजीकरण, 20 जनवरी है आखिरी तारीख!