सोनीपत। हरियाणा के सोनीपत में डिलीवरी के दौरान निजी अस्पताल में महिला व उसके नवजात बच्चे की मौत में खुलासा हो गया है। जाँच कर रही मेडिकल बोर्ड की टीम ने बताया कि अस्पताल में चिकित्सा की उचित सुविधा न होने के चलते महिला डॉक्टर की लापरवाही कारण मां-बेटे की जान चली गयी। वहीं रिपोर्ट का खुलासा होने के बाद थाना खरखौदा पुलिस ने महिला व नवजात की मौत के करीब 9 महीने बाद अस्पताल की डॉक्टर निकिता और एक आशा नर्स के खिलाफ धारा 304 ए के तहत केस दर्ज किया है। फिलहाल आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
ये था मामला…
मामला ये था कि खरखौदा शहर के वार्ड 15 में एकता चौक निवासी लक्ष्मी उर्फ रीना को 7 जुलाई 2023 को डिलीवरी के लिए शहर के कैलाश हॉस्पिटल में एडमिट करवाया गया था। रीना ने देर रात 11 बजे एक बच्चे को जन्म दिया था। लेकिन पैदा हुए बच्चे की कुछ देर बाद ही मौत हो गई। डॉक्टरों ने रीना को पीजीआई रोहतक रेफर कर दिया। वहां जांच के बाद डॉक्टरों ने रीना को भी मृत घोषित कर दिया गया।
रीना के पति नवीन सैनी के अनुसार जब वे नवजात बच्चे को नहलाने लगे तो उसके सिर और चहरे पर चोट के निशान दिखाई दिए। बच्चे के शव के बाईं साइड के होठ पर कट और सिर के बाईं साइड की खाल उतरी हुई थी। उनका आरोप था कि लक्ष्मी व नवजात शिशु की मौत नर्स व डॉ. निकिता उर्फ नेहा की लापरवाही के कारण हुई है।सूचना मिलने पर पुलिस रीना के घर पहुंची और बच्चे और उसकी मां के शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए सोनीपत के सरकारी अस्पताल में भिजवाया।
मेडिकल बोर्ड ने किया खुलासा
महिला व नवजात की मौत की जांच डॉक्टरों के मेडिकल बोर्ड को सौंप दी गयी थी। जिसके बाद बोर्ड ने अब पुलिस को रिपोर्ट दी है कि दोनों की मौत डॉक्टर की लापरवाही व अस्पताल में पर्याप्त इलाज सुविधा न होने के चलते हुई है । महिला की गर्भाशय ग्रीवा फट गई थी। योनि प्रसव के बाद गर्भाशय का टूटना एक दुर्लभ मामला है। मरीज को समझाया गया था। जरूरत पड़ने पर आपातकालीन स्थिति में सिजेरियन की सहमति ली गई थी, लेकिन अस्पताल में सिजेरियन सेक्शन/पीपीएच प्रबंधन की सुविधा नहीं थी।
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के अनुसार मरीज की मृत्यु प्रसवोत्तर रक्तस्राव और उसकी जटिलताओं के कारण हुई। इलाज कर रही डॉ. निकिता और कैलाश अस्पताल उच्च जोखिम गर्भावस्था और पीपीएच की जटिलता का उचित प्रबंधन नहीं करने के लिए चिकित्सकीय लापरवाही के दोषी हैं। कैलाश अस्पताल में सामान्य प्रसव से संबंधित किसी भी आपात स्थिति के प्रबंधन के लिए पैनल पर उचित ऑपरेशन थिएटर और स्त्री रोग विशेषज्ञ/सर्जन/बाल रोग विशेषज्ञ नहीं हैं।