रोहतक: जिले के गांव कंसाला निवासी बलवान ने मंगलवार को रोहतक डीसी ऑफिस में चल रहे समाधान शिविर के बाहर मिट्टी का तेल छिड़ककर आत्मदाह का प्रयास किया। लेकिन मौके पर मौजूद लोगों और सुरक्षाकर्मियों ने तुरंत आग बुझाकर उसे बचा लिया।
क्या है पूरा मामला?
बलवान का आरोप है कि गांव के सरपंच ने मनरेगा योजना में भारी भ्रष्टाचार किया है। उसने इसकी शिकायत कई बार प्रशासन से की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। उसका कहना है कि अधिकारी सरपंच को बचाने की कोशिश कर रहे हैं और उसकी शिकायतों को अनदेखा किया जा रहा है।
उपायुक्त ने लिया संज्ञान
घटना के तुरंत बाद उपायुक्त धीरेंद्र खडगटा ने बलवान को अपने कार्यालय में बुलाकर मामले की जानकारी ली। इसके बाद उसे इलाज के लिए पीजीआई के ट्रॉमा सेंटर भेज दिया गया।
लोकपाल सुनवाई का हवाला
उपायुक्त ने बताया कि बलवान ने पहले भी मनरेगा घोटाले की शिकायत दी थी, लेकिन लोकपाल की सुनवाई में उसने खुद बयान दिया कि वह जांच नहीं चाहता। फिर भी प्रशासन ने उसे आश्वासन दिया है कि अगर वह दोबारा शिकायत दर्ज करवाता है, तो उचित कार्रवाई की जाएगी।
कैसे हुआ आत्मदाह का प्रयास?
- बुजुर्ग बलवान ने समाधान शिविर में एक बार फिर अपनी समस्या रखी।
- जब उसे कोई ठोस जवाब नहीं मिला, तो उसने आत्मदाह करने की कोशिश की।
- मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने तुरंत आग पर काबू पा लिया, जिससे वह ज्यादा झुलसने से बच गया।
- उसे इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया है और काउंसलिंग की जाएगी।
प्रशासन का आश्वासन
डीसी ने कहा कि बलवान की शिकायत पर जांच होगी और अगर सरपंच या कोई अन्य दोषी पाया गया, तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
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