नई दिल्ली। AAP सरकार को बड़ा झटका लगने वाली खबर सामने आयी है। जानकारी के अनुसार केंद्र सरकार ने अबकी बार 26 जनवरी की परेड में दिल्ली और पंजाब की झांखी दिखाने पर रोक लगा दी है।इस दौरान चंडीगढ़ की कोई भी झांकी दिखाई नहीं जाएगी। इस बार केवल 20 राज्यों की ही झांकियां दिखाई जाएंगी। यह लगातार दूसरा साल है जब पंजाब की झांकी को स्थान नहीं दिया जा रहा है।
आपको बता दें कि दिल्ली के कर्तव्य पथ पर 26 जनवरी यानी गणतंत्र दिवस परेड के लिए तैयारियां जोरों पर हैं। आज बृहस्पतिवार से गणतंत्र दिवस की परेड के लिए सुरक्षाकर्मियों की रिहर्सल शुरू की गई है। 26 जनवरी के दिन सुरक्षाकर्मी पूरी तैयारी और जोश के साथ अपना पराक्रम दिखाएंगे। इसी बीच खबर आयी कि केंद्र सरकार ने 26 जनवरी यानी गणतंत्र दिवस परेड के लिए दिल्ली की झांकी को अनुमति नहीं दी है। इसे लेकर आम आदमी पार्टी (आप) ने कहा है कि दिल्ली और पंजाब की झांकी को गणतंत्र दिवस पर मौका न देना दुर्भाग्यपूर्ण है।आप की प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने कहा है कि केंद्र की मोदी सरकार आप की सरकारों को लेकर दुर्भावना से काम कर रही है। दिल्ली सरकार स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में कराए गए कार्यों को लेकर झांकी तैयार करना चाहती थी जो केंद्र को पसंद नहीं आया है।
दूसरी तरफ मुख्यमंत्री भगवंत मान ने इसकी तीखी आलोचना करते हुए केंद्र सरकार की निंदा की है। उन्होंने कहा कि आजादी की लड़ाई में सबसे ज्यादा कुर्बानियां देने वाले राज्य की झांकी को नहीं दिखाया जा रहा है। यह पंजाब के साथ पक्षपाती रवैया है।
सीएम ने बताया कि झांकी संबंधी हमने 4 अगस्त 2023 को ही इस बारे में केंद्र सरकार को लिख दिया था कि अगले तीन साल के लिए हम यह झांकी लगाना चाहते हैं। केंद्र सरकार ने हमसे तीन विकल्प पूछे , हमने तीन प्रस्ताव तैयार किए जिनमें पहला, पंजाब: कुर्बानियों व शहादतों का इतिहास, दूसरा माई भागो- नारी सशक्तिकरण और तीसरा पंजाब की अमीर विरासत और उसकी पेशकारी। सभी के दो-दो डिजाइन भेजे। पहली झांकी में भगत सिंह, साइमन कमीशन गो बैक , दूसरी में भी लगभग ऐसा ही था। दूसरा माई भागो -पहली महिला वारियर———नारी शक्ति के तौर पर पेश किया। तीसरी में पंजाब की संस्कृति को पेश किया गया ।
भाजपा बोली तकनीकी
उधर, भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता आरपी सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान बिना वजह इस पर राजनीति कर रहे हैं। यह झांकियां किसी तकनीकी पहलु पर रद की गई होंगी। उन्होंने कहा कि भगवंत मान को आदत है कि वह हर बात पर राजनीति करें।