Chhattisgarh Assembly Election विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी कांग्रेस पार्टी ने अभी तक उम्मीदवारों की सूची जारी नहीं की है। हालांकि, पार्टी का दावा है कि चुनावी तैयारियों में कोई कसर बाकी नहीं है। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस उम्मीदवारों की सूची पर लगातार हो रही मीटिंग में मंथन हो रहा है। सूची जल्द जारी की जाएगी।
बैठकों की इसी कड़ी में रायपुर के प्रदेश कांग्रेस कार्यालय- राजीव भवन में छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के तहत गठित चुनाव अभियान समिति की बैठक हुई। कांग्रेस पार्टी आगामी दो अक्टूबर को पूरे राज्य में भरोसा यात्रा आयोजित करने वाली है। इसकी तैयारियों के बारे में विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने जानकारी दी।
महंत ने बताया कि 2 अक्टूबर को कांग्रेस की भरोसा यात्रा 90 विधानसभा क्षेत्रों में होगी। बैठक के दौरान रणनीति बनाने में कांग्रेस महासचिव और छत्तीसगढ़ प्रभारी कुमारी शैलजा, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज के साथ-साथ कई कद्दावर कांग्रेस नेताओं ने अहम भूमिका निभाई।
कांग्रेस चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत ने कहा कि सभी सीटों पर चुनाव जीतने का प्रयास किया जाएगा। जिला स्तर पर चुनाव अभियान समिति बनाई जाएगी। महंत ने बताया कि कांग्रेस पांच साल में भूपेश बघेल सरकार के कामकाज के आधार पर चुनाव लड़ेगी। सरकार की उपलब्धि को जन-जन तक लेकर जाएंगे।
चरणदास महंत ने बताया कि कांग्रेस पार्टी पिछली बार जिन सीटों पर चुनाव हारी उन सीटों पर भी जीतने का प्रयास किया जाएगा। कांग्रेस अलग रणनीति तैयार करेगी। उन्होंने कहा कि जिन विधानसभा सीटों पर मौजूदा विधायकों के खिलाफ नाराजगी की आशंका है, उसे भी साधने का प्रयास किया जा रहा है। इसके लिए अलग से रणनीति बनेगी। कांग्रेस पार्टी के सूत्रों के अनुसार, मंत्रियों को एक-दो विधानसभा सीटें जिताने का टार्गेट भी दिया जा सकता है।
चरणदास महंत ने बताया कि सभी जिला स्तरीय चुनाव अभियान समितियों की निगरानी प्रदेश चुनाव अभियान समिति करेगी। 2 अक्टूबर को गांधी जयंती के दिन प्रदेश में कांग्रेस भरोसा यात्रा निकालेगी। बैठक में संभागवार तैयारियों और चुनौतियों को लेकर भी चर्चा हुई। भूपेश बघेल की सरकार के कामकाज को जनता के बीच पहुंचाने के साथ-साथ भाजपा की तैयारियों की क्या काट निकाली जाए, इस पर भी कांग्रेस करीबी नजर रख रही है। तमाम तैयारियों के बीच देखना बेहद दिलचस्प होगा कि साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव में सियासत का ऊंट किस करवट बैठता है।