हरियाणा के फरीदाबाद में खिलाडियों को सभी सुविधा देने के लिए सरकार ने इंडोर स्टेडियम का निर्माण कराया था। जहां सरकार ने करोड़ों रुपए खर्च कर इंडोर स्टेडियम तो बनवा दिया है वहीं स्टेडियम के कोर्ट को अभी भी खिलाड़ियों का इंतज़ार है।
स्टेडियम के भीतर अभी कोर्ट रूम खाली है। वजह कोच का ना होना है। जब कोच ही नहीं रहेगा तो बच्चें क्या करेंगे। फिलहाल सिर्फ कुश्ती, बास्केटबॉल, तलवारबाजी और जूडो यहां सिखाया जा रहा है।
इस इंडोर स्टेडियम को बनवाने का सरकार का मकसद था कि खिलाड़ियों को इसका फायदा मिल सके। लेकिन ज़मीनी स्तर पर ऐसा होता नहीं दिख रहा है। हकीकत इससे कहीं इतर है। खिलाड़ियों को फिलहाल इस इंडोर स्टेडियम में खेलने के लिए लंबा इंतज़ार करना पड़ेगा । 2 साल से ज्यादा वक्त से खिलाड़ी इस इंडोर स्टेडियम के कोर्ट में खेलने के लिए वेट कर रहे हैं।
इस स्टेडियम को बनाने में करीब 24 करोड़ रुपए खर्च किया गया है। यहां हर चीज़ का बारीकी से ख्याल रखा गया है। हाईटेक सुविधाओं से लैस यह स्टेडियम हर सुविधाओं से लैस है।
इसके अलावा इस स्टेडियम में टेबल टेनिस, बैडमिंटन, स्विमिंग, मुक्केबाजी, जिमनास्टिक, वेटलिफ्टिंग समेत कई खेलों के कोच ही नहीं हैं, जिसके चलते कोर्ट खाली है और धूल फांक रहे हैं।