एशियाई खेलों के लिए भारतीय टीम में ओलंपिक चैम्पियन पहलवान बजरंग पूनिया और विश्व चैम्पियनशिप पदक विजेता विनेश फोगाट को चयन छूट दिए जाने के बाद विवाद हो गया था। इससे नाराज पहलवानों और उनके परिवार के सदस्यों ने एशियाई खेलों के ट्रायल का बहिष्कार करने की धमकी दी थी।
इसके बाद हालांकि विनेश ने सर्जरी के कारण एशियाई खेलों से अपना नाम वापस ले लिया है। बजरंग ने कहा था कि वह खाप पंचायतों के फैसले को मानेंगे। भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के निवर्तमान प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों के बाद खापों ने बजरंग, विनेश और साक्षी मलिक का समर्थन किया था।
Haryana, हरियाणा की खापों ने आगामी एशियाई खेलों के लिए पहलवानों के चयन विवाद से खुद को अलग कर लिया है। खापों ने कहा कि इस विवादास्पद मामले पर केवल राष्ट्रीय महासंघ ही फैसला कर सकता है। इस खाप पंचायत की अध्यक्षता कंडेला गांव के ओम प्रकाश ने की थी।
ओम प्रकाश ने कहा, आज की पंचायत केवल खिलाड़ियों के लिए थी। एशियाई खेलों के लिए पहलवानों के चयन के मुद्दे पर पंचायत का मानना है कि यह खापों के लिए निर्णय लेने का मामला नहीं है, और इस मुद्दे पर महासंघ को फैसला करना होगा।
इस मामले पर केवाल पहलवानों का महासंघ (डब्ल्यूएफआई) ही निर्णय ले सकता है, खाप नहीं। आज ज्यादातर खापें जींद जिले से थीं। हम इसे महासंघ पर छोड़ते हैं, और इस मामले में खाप का कोई हस्तक्षेप नहीं होगा।
Haryana, फर्जी काल सेंटर का भंडाफोड, पॉलिसी रिफंड करवाने के बहाने बनाते थे शिकार