हिसार | 11 जून 2025
हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय (HAU), हिसार में मंगलवार देर रात छात्रों और विश्वविद्यालय प्रशासन के बीच तनाव भड़क गया, जब प्रदर्शन कर रहे छात्रों पर यूनिवर्सिटी के सुरक्षा गार्डों ने लाठीचार्ज कर दिया। इस घटना में करीब 15 से अधिक छात्र घायल हो गए, जिनमें से कुछ की हालत गंभीर बताई जा रही है। घटना के बाद पुलिस ने रजिस्ट्रार, मुख्य सुरक्षा अधिकारी समेत 8 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।
क्या है पूरा मामला?
HAU के छात्र स्कॉलरशिप नीति में बदलाव, एलडीवी (लिविंग डिफिकल्ट वैल्यू) सीटों की संख्या घटाने और फीस वृद्धि के विरोध में मंगलवार सुबह से कुलपति कार्यालय के बाहर शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे थे। छात्रों का आरोप है कि जब वे शाम को कुलपति आवास के बाहर शांतिपूर्वक बैठे थे, तभी सुरक्षा गार्डों ने बिना किसी चेतावनी के लाठीचार्ज कर दिया।
छात्रों के अनुसार, प्रदर्शन के दौरान कुलपति प्रो. बी.आर. कम्बोज की गाड़ी वहां पहुंची और उसके कुछ ही क्षणों बाद रजिस्ट्रार पवन कुमार, प्रोफेसर राधेश्याम मांझू, चीफ सिक्योरिटी ऑफिसर सुखबीर सिंह और अन्य गार्डों ने लाठी डंडों से छात्रों पर हमला कर दिया।
छात्रों ने दर्ज कराई शिकायत
झज्जर निवासी छात्र दीपांशु की शिकायत पर सिविल लाइन पुलिस थाना में एफआईआर दर्ज की गई है। शिकायत में बताया गया कि छात्रों आनंद, जतिन, मोहित, चकसु, निखिल, राहुल, विक्रम और कई अन्य को गंभीर चोटें आई हैं। शिकायत के अनुसार, पवन कुमार ने शिकायतकर्ता की कोहनी पर डंडा मारा, जबकि प्रो. राधेश्याम मांझू ने सिर पर चोट पहुंचाई।
FIR में नामजद आरोपी
पुलिस ने जिन 8 लोगों पर मामला दर्ज किया है, उनमें शामिल हैं:
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पवन कुमार (रजिस्ट्रार)
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सुखबीर सिंह (मुख्य सुरक्षा अधिकारी)
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प्रो. राधेश्याम मांझू
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विजेंद्र (सुरक्षा गार्ड)
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अनूप (सुरक्षा गार्ड)
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जगमेश पूनिया (सुरक्षा गार्ड)
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नरेंद्र (सुरक्षा गार्ड)
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सुमन (महिला गार्ड)
वीडियो हुआ वायरल, घायल छात्र अस्पताल में भर्ती
सोशल मीडिया पर इस झड़प का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें सिक्योरिटी गार्ड छात्रों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटते हुए नजर आ रहे हैं। इस दौरान छात्रों के सिर फूट गए और पीठ, हाथों व अन्य हिस्सों में गंभीर चोटें आईं। करीब डेढ़ दर्जन छात्रों को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।
छात्रों की मांगें और रोष
प्रदर्शनकारी छात्रों का कहना है कि वे केवल कुलपति से मिलना चाहते थे और अपनी समस्याएं शांतिपूर्वक रखना चाहते थे, लेकिन उनकी बात सुनी नहीं गई। इसके बजाय उन्हें धमकाया गया और हिंसा का शिकार बनाया गया।
छात्रों ने आरोप लगाया कि इस पूरी कार्रवाई में न तो कोई पुलिसकर्मी मौजूद था और न ही कोई ड्यूटी मजिस्ट्रेट। ऐसे में यूनिवर्सिटी प्रशासन द्वारा छात्रों पर लाठीचार्ज करवाना गैरकानूनी और अमानवीय है।
पुलिस का बयान
सिविल लाइन थाना प्रभारी विकास कुमार ने बताया कि घटनास्थल पर पुलिस मौजूद नहीं थी और पुलिस की ओर से कोई लाठीचार्ज नहीं हुआ। घटना में छात्रों को चोटें आई हैं, उनकी शिकायत के आधार पर कार्रवाई की जा रही है। Hisar University Protest, HAU Lathicharge Incident, Haryana Student Protest, Scholarship Policy Clash, Hisar News Today