बस हादसे: महापंचायत में शामिल होने जा रहे किसानों की दो बसों का एक्सिडेंट
हरियाणा और पंजाब के खनौरी बॉर्डर पर किसानों की महापंचायत जारी है। किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल, जो पिछले 40 दिनों से आमरण अनशन पर हैं, की स्थिति लगातार बिगड़ रही है। सुप्रीम कोर्ट और पंजाब सरकार उन्हें अस्पताल में भर्ती कराने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन डल्लेवाल अपनी मांगों पर अडिग हैं। उनका कहना है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होंगी, वे अनशन नहीं तोड़ेंगे।
स्ट्रेचर पर मंच तक पहुंचे डल्लेवाल
डल्लेवाल की बिगड़ती स्थिति को देखते हुए उन्हें स्ट्रेचर पर मंच तक लाया गया। मंच से उन्होंने कहा कि पुलिस ने उन्हें जबरन उठाने की कोशिश की थी, लेकिन सैकड़ों युवाओं ने मौके पर पहुंचकर मोर्चा संभाला। उन्होंने कहा, “सरकार चाहे जितना भी जोर लगा ले, यह आंदोलन हमारा है और हम ही इसे जीतेंगे।” डल्लेवाल ने कहा कि कठिन काम करने का संकल्प ही सफलता का रास्ता है।
उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में पेश की गई एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए बताया कि इस साल लगभग 4 लाख किसानों ने आत्महत्या की है। उन्होंने किसानों की मौतों पर रोक लगाने के लिए कदम उठाने की आवश्यकता पर जोर दिया।
किसान संगठनों से डल्लेवाल का निवेदन
डल्लेवाल ने किसान संगठनों से एकजुट होने की अपील की और कहा कि यह आंदोलन केवल पंजाब का नहीं, बल्कि पूरे देश के किसानों का है। उन्होंने हर गांव से एक ट्रॉली किसानों के आने की अपील की और महापंचायत में शामिल सभी किसानों का आभार व्यक्त किया।
महापंचायत में शामिल होने जा रहे किसानों से भरी दो बसों का हादसा हो गया। एक हादसा बरनाला-मोगा नेशनल हाईवे पर और दूसरा बठिंडा नेशनल हाईवे के बाईपास पर हुआ। इन हादसों में तीन लोगों की मौत हो गई और कई किसान घायल हो गए।
बठिंडा हाईवे पर हादसा
घना कोहरा हादसे की मुख्य वजह बताया जा रहा है। बठिंडा नेशनल हाईवे के बाईपास पर भारतीय किसान यूनियन उग्राहां की एक बस पलट गई। इस हादसे में कोठे गुरू गांव की एक महिला समेत तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि कई किसान गंभीर रूप से घायल हुए। घायल किसानों को बरनाला के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
मोगा हाईवे पर हादसा
दूसरा हादसा बरनाला-मोगा नेशनल हाईवे पर जेल के पास हुआ, जहां एक बस ट्रक से टकरा गई। इस बस में सवार किसान खनौरी बॉर्डर पर महापंचायत में शामिल होने जा रहे थे। हादसे में कई किसान घायल हुए, लेकिन गनीमत रही कि कोई जानहानि नहीं हुई।