MP, मध्य प्रदेश की साइबर पुलिस ने एक फर्जी पत्र वायरल होने के बाद एक अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। इस पत्र में कहा गया है कि मध्य प्रदेश से कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने पहली सूची में चुनाव टिकटों के लिए उनके द्वारा अनुशंसित नामों पर विचार नहीं किए जाने के बाद पार्टी से इस्तीफा दे दिया है।
साइबर अपराध शाखा के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि यह पत्र लिखने वाले का पता लगाने की कोशिश की जा रही है। साइबर अपराध के अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (एसीपी) सुजीत तिवारी ने बताया, हमने एक अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज किया है और जांच शुरू की है।
कांग्रेस द्वारा एक शिकायत दर्ज की गई थी जिसमें दावा किया गया था कि कथित फर्जी पत्र मध्य प्रदेश भाजपा प्रवक्ता हितेश वाजपेयी के एक्स (पूर्व में ट्विटर) हैंडल पर पोस्ट किया गया था। इसमें कहा गया है कि यह पत्र दिग्विजय सिंह की छवि खराब करने के लिए प्रसारित किया गया है। भाजपा ने कहा कि इस पत्र से उसका कोई लेना देना नहीं है।
कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खरगे (रिपीट) खरगे को संबोधित फर्जी इस्तीफा पत्र में कहा गया है कि सिंह द्वारा चुनाव टिकटों के लिए अनुशंसित नामों पर विचार नहीं किया गया, जिससे उनके आत्मसम्मान को ठेस पहुंची है क्योंकि समर्पित कार्यकर्ताओं के प्रति बेरुखी बरती गई है। उसमें सिंह के हवाले से कहा गया है, भारी मन से, मैं पार्टी से अपना नाता तोड़ने के फैसले की घोषणा कर रहा हूं। मैं प्राथमिक सदस्यता और अन्य सभी पदों से इस्तीफा देता हूं। कृपया मेरा इस्तीफा स्वीकार करें।
शनिवार को यह पत्र सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद सिंह ने एक्स पर लिखा, भाजपा झूठ बोलने में माहिर है। मैंने 1971 में किसी पद के लिए नहीं बल्कि पार्टी की विचारधारा से प्रभावित होकर कांग्रेस की सदस्यता ली थी। मैं आखिरी सांस तक कांग्रेस के साथ रहूंगा। मैं पुलिस में शिकायत दर्ज करा रहा हूं। सिंह ने अपने पोेस्ट के साथ कथित इस्तीफा पत्र भी टैग किया है। प्रदेश भाजपा के प्रवक्ता पंकज चतुर्वेदी ने ट्वीट कर कहा कि इस पत्र से पार्टी का कोई लेना-देना नहीं है।उन्होंने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, “जैसे ही पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, केवल हितेश बाजपेयी ने इसे उठाया और पोस्ट करते हुए पूछा ‘क्या यह सच है?