उत्तर प्रदेश के औरैया जिले में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहाँ शादी के मात्र 15 दिन बाद ही नवविवाहिता प्रगति यादव ने अपने प्रेमी अनुराग यादव के साथ मिलकर अपने पति दिलीप यादव की हत्या करवा दी। इस मामले ने पूरे क्षेत्र को झकझोर कर रख दिया है। पुलिस की जांच में खुलासा हुआ कि प्रगति यादव पहले से ही अनुराग यादव से प्रेम करती थी और शादी के बाद भी उसने अपने प्रेमी के साथ रहने के लिए यह खौफनाक साजिश रची।
हत्या की साजिश ऐसे रची गई
प्रगति यादव की शादी 5 मार्च 2025 को दिलीप यादव से हुई थी। लेकिन शादी के कुछ ही दिनों बाद वह अपने प्रेमी अनुराग से मिलने लगी। पुलिस की जांच में सामने आया कि प्रगति ने अपनी शादी के खिलाफ जाकर यह साजिश पहले ही रच ली थी। उसने पति को रास्ते से हटाने के लिए पहले जहर देने की योजना बनाई थी, लेकिन जब यह योजना असफल रही, तो उसने शूटर हायर कर हत्या की सुपारी दी।
सुपारी के लिए बेची शगुन की निशानी और गहने
शुरुआती जांच में पता चला कि प्रगति यादव ने अपने पति दिलीप की हत्या के लिए एक लाख रुपये दिए थे। यह रकम उसने अपनी शादी में मिले उपहारों और गहनों को बेचकर जुटाई थी। उसने व्हाट्सएप पर लोकेशन साझा करके हत्या को अंजाम देने में सहयोग दिया। हत्या के लिए हिस्ट्रीशीटर अपराधी रामजी नागर को दो लाख रुपये की सुपारी दी गई थी, जो 12 मार्च को ही जेल से जमानत पर रिहा हुआ था।
कैसे हुई दिलीप यादव की हत्या?
19 मार्च के दिन सहार थाना क्षेत्र के पलिया गांव के पास गेहूं के खेत में एक व्यक्ति गंभीर हालत में पाया गया। जांच में खुलासा हुआ कि उसे गोली मारी गई थी। तीन दिन तक चले इलाज के बाद उसकी मौत हो गई। मृतक की पहचान दिलीप यादव के रूप में हुई। शुरुआत में परिजनों को लगा कि यह किसी और का काम है, लेकिन जब पुलिस जांच आगे बढ़ी, तो खुलासा हुआ कि इस हत्याकांड की मुख्य साजिशकर्ता कोई और नहीं बल्कि दिलीप की पत्नी प्रगति यादव ही थी।
पुलिस जांच में हुआ बड़ा खुलासा
पुलिस ने जब सीसीटीवी फुटेज की जांच की, तो एक संदिग्ध व्यक्ति की पहचान हुई, जो बाद में रामजी नागर निकला। उसके बाद जब पुलिस ने उसे हिरासत में लिया, तो पूछताछ में अनुराग यादव का नाम सामने आया। पुलिस ने जब अनुराग को हिरासत में लेकर पूछताछ की, तो पूरी साजिश का पर्दाफाश हो गया।
प्रगति और अनुराग पिछले चार साल से प्रेम संबंध में थे, लेकिन परिवार की मर्जी के खिलाफ प्रगति की शादी दिलीप यादव से करा दी गई थी। शादी के बाद भी प्रगति अनुराग से रिश्ता बनाए हुए थी और दिलीप को हटाने की योजना बना रही थी।
हत्या के पीछे संपत्ति का लालच
पुलिस की जांच में यह भी सामने आया कि प्रगति ने अनुराग से कहा था कि दिलीप के पास काफी पैसा है और अगर वह मर जाता है तो वह उसकी जायदाद की मालकिन बन जाएगी। इसके बाद अनुराग ने रामजी नागर से संपर्क किया और उसे दिलीप की हत्या के लिए दो लाख रुपये की सुपारी दी। रामजी नागर ने अपने साथियों के साथ मिलकर दिलीप की हत्या को अंजाम दिया।
पुलिस ने तीन आरोपियों को किया गिरफ्तार
इस हत्याकांड के मुख्य आरोपी प्रगति यादव, अनुराग यादव और शूटर रामजी नागर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस अधीक्षक अभिजीत शंकर ने बताया कि मामले की गहन जांच की जा रही है और अन्य फरार आरोपियों की भी जल्द ही गिरफ्तारी की जाएगी। पुलिस को इस मामले में और भी बड़े खुलासों की उम्मीद है।
यह मामला समाज में रिश्तों की विकृति को दर्शाता है, जहाँ लालच और प्रेम की आड़ में अपराध को अंजाम दिया जाता है। इस खौफनाक वारदात ने पूरे क्षेत्र में सनसनी फैला दी है।