चंडीगढ़।हरियाणा पुलिस ने प्रदेश को अपराध मुक्त बनाने के लिए सबसे पहले सोशल मीडिया पर कड़ी नज़र नज़र रखनी शुरू कर दी है। इसी के तहत अगर कोई भी युवा अपराधियों की पोस्ट को लिखे शेयर और उस पर कमेंट करता है तो पुलिस तुरंत उस पर कार्यवाही करेगी। सोमवार को पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर ने प्रदेशभर के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ वीसी के माध्यम से बैठक की।इस बैठक का उद्देश्य प्रदेश को अपराध मुक्त बनाने तथा पुलिस की कार्यप्रणाली को पहले से बेहतर बनाना रहा । बैठक में आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों से निपटने तथा अपराध का सफाया करने को लेकर कई महत्वपूर्ण बिंदुओ पर विस्तार से चर्चा की गई।
बैठक की अध्यक्षता करते हुए कपूर ने कहा कि पुलिस अधीक्षक वर्तमान में प्रदेश में लगी हुई मैनपावर का उपयोग अपराध नियंत्रण को लेकर प्रभावी तरीके से करें। सभी वरिष्ठ पुलिस अधिकारी अपने-अपने जिलों में संगीन अपराध जैसे-डकैती, लूटपाट, छीना झपटी, फिरौती संबंधी मामलों में पुलिस द्वारा की गई कार्यवाही की स्वयं मॉनिटरिंग करें। इसके अलावा, वे ज्यादा से ज्यादा फील्ड में जाएं और अपने अधीनस्थ पुलिसकर्मियों के साथ सीधे संपर्क में रहे। उन्होंने कहा कि नाके व पीसीआर पुलिसिंग के लिए बहुत महत्वपूर्ण है अतः: उनकी तैनाती पर ध्यान देने की जरूरत है।
कपूर ने एमपैथी अर्थात संवेदना को सबसे अधिक महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि अधिकारी अपने पुलिसकर्मियों तथा आमजन के प्रति संवेदना रखें और उन्हें आ रही समस्याओं का समाधान करने का प्रयास करें। इसके साथ ही श्री कपूर ने कहा कि वे पेट्रोल पंप संचालकों, व्यापार मंडलों, आभूषण विक्रेताओं तथा बैंक शाखा प्रबंधकों आदि के साथ नियमित तौर पर बैठक करते रहे। इसके अलावा, पुलिस अधीक्षक समय-समय पर शहर में लगाए गए विभिन्न स्थानों पर सीसीटीवी कैमरों की समीक्षा करते हुए यह सुनिश्चित करें कि वे चालू हालत में हों।
पुलिस महानिदेशक ने कहा कि पुलिस अधीक्षक अपने-अपने अधिकार क्षेत्र में पड़ने वाले टोल प्लाजा पर भी पुलिसकर्मियों की ड्यूटी लगाना सुनिश्चित करें।
कपूर ने बताया कि गैंगस्टर द्वारा सोशल मीडिया पर डाले जाने वाले पोस्ट से प्रदेश के युवाओं के मन मस्तिष्क पर उनकी गलत छवि बनती है और कई बार वे गलत आदतों का शिकार हो जाते हैं ऐसे में हरियाणा पुलिस ऐसे युवाओं पर कड़ी नजर रख रही है जो अपराधियों की पोस्ट को लाइक अथवा कमेंट करते हैं। ऐसे युवाओं व उनके अभिभावकों की काउंसलिंग की जा रही है ताकि वे समय रहते सावधान हो जाएं और अपराध से दूर रहें।