नई दिल्ली।
भारत ने आतंकवाद के खिलाफ अपने इरादे साफ कर दिए हैं। पहलगाम में धर्म पूछकर हिंदू पर्यटकों को निशाना बनाने वाले आतंकियों को जवाब देने के लिए ऑपरेशन सिंदूर चलाया गया, जिसमें पाकिस्तान और POK (पाक अधिकृत कश्मीर) में आतंकियों के 9 ठिकानों को ध्वस्त किया गया। इस कार्रवाई में 90 से अधिक आतंकियों के मारे जाने की संभावना है।
लेकिन भारत का संदेश सिर्फ बमों तक सीमित नहीं रहा। इस ऑपरेशन की जानकारी देने के लिए जो प्रेस कॉन्फ्रेंस हुई, उसमें दो महिला सैन्य अधिकारी — कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह — को आगे किया गया। यह एक ऐसा प्रतीकात्मक निर्णय था, जिसने कट्टरपंथ और विभाजनकारी सोच को करारा जवाब दिया।
🔻 ऑपरेशन सिंदूर: एक नाम, कई संदेश
पहलगाम में आतंकियों ने सिर्फ हिंदू पुरुषों को गोली मारी। इसका जवाब देना केवल सामरिक नहीं, बल्कि सांस्कृतिक और भावनात्मक कर्तव्य बन गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस कार्रवाई के लिए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम सुझाया। यह नाम भारत की परंपरा, सम्मान और नारी गौरव का प्रतीक है।
जब यह खबर पीड़ित परिवारों तक पहुँची, तो उन्होंने राहत महसूस की। एक पीड़िता ने मीडिया से कहा, “ऐसा लगा जैसे हमने खुद ही बदला लिया हो।”
🧕 कर्नल सोफिया कुरैशी: एकता की मिसाल
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गुजरात की रहने वाली कर्नल सोफिया कुरैशी का नाम 2016 में सुर्खियों में आया जब उन्होंने 18 देशों की मल्टीनेशनल आर्मी ड्रिल में भारत की अगुवाई की।
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कम्युनिकेशन और सूचना प्रणाली में विशेषज्ञता रखने वाली सोफिया का सैन्य जीवन पारिवारिक विरासत है।
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उनके दादा सेना में थे और पिता ने धार्मिक शिक्षक के रूप में सेना में सेवा दी।
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उनकी शादी मेजर ताजुद्दीन कुरैशी से हुई है और उनका एक बेटा समीर कुरैशी है।
उनकी मौजूदगी ने यह साबित किया कि भारत में धर्म नहीं, कर्म प्राथमिकता है।
👩✈️ विंग कमांडर व्योमिका सिंह: सपनों की उड़ान
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एक इंटरव्यू में व्योमिका ने बताया कि बचपन में शिक्षक ने उनके नाम का अर्थ पूछा था — “आसमान की स्वामिनी”। तभी से उन्होंने आसमान पर राज करने का सपना देखा।
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आज वे 2500 से अधिक घंटों की उड़ान का अनुभव रखने वाली विख्यात हेलीकॉप्टर पायलट हैं।
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उन्होंने 2020 में अरुणाचल बचाव मिशन और 2021 में माउंट मणिरंग (21650 फीट) पर विजय प्राप्त की।
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उन्हें चीफ ऑफ एयर स्टाफ और AOC-in-C द्वारा कई बार सम्मानित किया गया है।
उनका साहस आज की पीढ़ी के लिए एक प्रेरणा बन गया है।
🇮🇳 प्रेस कॉन्फ्रेंस का संदेश: भारत एक विचार है, धर्म नहीं बंधन
सेना द्वारा प्रेस कॉन्फ्रेंस में इन दो महिला अधिकारियों को चुनना एक रणनीतिक और सांकेतिक कदम था। जब दुनिया आतंक को मजहबी चश्मे से देख रही हो, तब भारत ने दिखाया कि देशभक्ति और साहस का कोई मजहब नहीं होता।
यह संदेश भारत के अंदर और बाहर, दोनों जगह पहुंचा:
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आतंकियों को सामरिक जवाब मिला,
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और कट्टरपंथियों को वैचारिक झटका। Operation Sindoor, Colonel Sofiya Quraishi, Wing Commander Vyomika Singh, Indian Army Action, Women Officers in Defense, India Pakistan Tensions